जिंदगी के धोखे, कलम में तब्दील
यह ज़मीं निरंतर हमको लुभाती करती है। हर दिखाता है कुछ और होता है। इस जग में खुशियाँ खोजी जाती हैं, लेकिन वे अक्सर अल्पकालिक होती हैं। यह
यह ज़मीं निरंतर हमको लुभाती करती है। हर दिखाता है कुछ और होता है। इस जग में खुशियाँ खोजी जाती हैं, लेकिन वे अक्सर अल्पकालिक होती हैं। यह
यह कविता है जो मन को झुकाने के लिए लिखी जाती है . यह धोकेबाज शायरी का मूर्तिकला है जो समझना मुश्किल . यहाँ कुछ पंक्तियाँ हैं जो आपको दिखा